रामदेब रत्गैयाँ
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साहित्य
गजल: रामदेब रत्गैयाँ
रिसैबोत का कोई बात नाई, मुरघिनके दात नाई हमार नेपाल मे महिलन के, तिक्याईल जात नाई भुखल पेट दिनभर कर्ति…
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साहित्य
गजल: रामदेब रत्गैयाँ
तोहार दिन चाहे रात मै, अश्या लागतु तोहार यादेयादलेभरल मै, बग्या बनाईतु जुनीभर साथ देतीजैना, बाचा कसम खैती तोहार ऊ…
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